बैजनाथ पपरोला के बीच अंधेरा, गश्त पर पुलिस
बैजनाथ। भले ही बैजनाथ पपरोला को जोड़कर नगर परिषद का गठन कर दिया गया हो। लेकिन अब भी दोनों शहरों के बीच गहरा अंधेरा छाया रहता है। नाम की स्ट्रीट लाइट तो लगाई गई है, लेकिन स्ट्रीट लाइट अक्सर गुल ही रहती है। दैनिक जागरण ने वीरवार रात को दोनों शहरों में रात की व्यवस्था को देखा। शहर में गशत करते हुए पुलिस की टीम लगातार नजर आ रही थी। बैजनाथ बस अड्डे के अंदर सफाई हो चुकी थी। बस अड्डे में रात को बच्चों का आवागमन काम होता है। ऐसे में बस अड्डा बंद हो चुका था। बस अड्डे के फर्श में लावारिस पशुओं का बसेरा था। वहीं बैजनाथ के सबसे बड़े कार्यालय यानी मिनी सचिवालय के बाहर पूरी तरह से अंधेरा पसरा हुआ था। यह वही कार्यालय है जहां तहसीलदार, नायब तहसीलदार, शिक्षा विभाग के कार्यालय, ट्रेजरी, एडीए, सीडीपीओ ऑफिस से लेकर दोनों शहरों का जिम्मा देखने वाला नगर परिषद का ऑफिस व अन्य कई विभागों के ऑफिस है। लेकिन इस भवन के बाहर लगी बंद लाइटें शहर की सुंदरता पर ग्रहण लग रही थी। दोनों शहर रात को कूड़े कचरे से भर रहे थे। कूड़ा निष्पादन के नाम भले ही बैजनाथ पपरोला में हर महीने लाखों रुपए खर्च होते हो। लेकिन शहर में लगे कूड़े के ढेर इन लाखों रुपए की देनदारी पर भी भारी नजर आ रही थे। शहर की सड़कों में देर रात तक कुछ नजर आया तो यह पुलिस की कर्तव्य निष्ठा थी। पुलिस और होमगार्ड की टीम जगह-जगह देर रात तक गश्त और नाकेबंदी में नजर आई।
पुलिस दोनों शहरों सहित उप मंडल के विभिन्न स्थानों में रात को गश्त व नाकेबंदी कर रही है। बैजनाथ और पपरोला में पुलिस गशत के साथ-साथ होमगार्ड के जवान भी रात को गश्त पर होते हैं। इसके अलावा दोनों शहरों में सीसीटीवी कैमरे भी लगाए जा रहे हैं। – अनिल शर्मा, डीएसपी बैजनाथ।
बैजनाथ बस अड्डे में तीन समय सफाई व्यवस्था की जाती है। अच्छे बेंच स्थापित किए गए हैं। रात को मौके पर कर्मचारी मौजूद होते हैं। निगम यात्रियों की सुविधा के लिए हमेशा तत्पर है। – नितेश भारद्वाज, क्षेत्रीय प्रबंधक एचटीसी बैजनाथ।
बैजनाथ और पपरोला के बीच स्ट्रीट लाइट क्यों बंद है? इसको लेकर जवाब तलब किया जाएगा। दोनों शहरों के बीच काफी लोग पैदल चलते हैं। ऐसे में यहां स्ट्रीट लाइट और बेहतर हो इसको सुनिश्चित किया जाएगा। साथ ही मिनी सचिवालय के बाहर भी स्ट्रीट लाइट लग सके इसके बारे में भी चर्चा की जाएगी। – राजन चौधरी, उपाध्यक्ष, नगर परिषद बैजनाथ पपरोला।